केंद्र सरकार ने राजस्थान के कोटा-बूंदी में नए हवाई अड्डे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना लगभग ₹1,507 करोड़ की लागत से पूरी की जाएगी। मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद अब इस परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है।
सरकार के अनुसार, यह हवाई अड्डा चालू होने के बाद प्रतिवर्ष करीब 20 लाख यात्रियों (2 मिलियन) की क्षमता संभाल सकेगा। इससे न केवल कोटा और बूंदी जिले के लोगों को हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी, बल्कि पूरे दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना पर्यटन, शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। कोटा देशभर में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध है और यहां देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों छात्र आते हैं। नए हवाई अड्डे से छात्रों, उनके अभिभावकों और व्यावसायिक यात्रियों के लिए आवागमन काफी आसान हो जाएगा।
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इसके अलावा, यह हवाई अड्डा राजस्थान के पर्यटन स्थलों को भी नई उड़ान देगा। बूंदी अपने ऐतिहासिक किलों और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है, जबकि कोटा का उद्योग क्षेत्र और कोचिंग संस्थान देशभर से लोगों को आकर्षित करते हैं। हवाई अड्डे के निर्माण से स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ने की संभावना है।
सरकार का दावा है कि यह हवाई अड्डा आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (UDAN) के तहत बेहतर हवाई संपर्क सुनिश्चित करेगा।
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