झारखंड के चाईबासा में थैलेसीमिया से पीड़ित चार और बच्चों में HIV संक्रमण पाया गया है। शनिवार (25 अक्टूबर 2025) को रांची की पांच सदस्यीय मेडिकल टीम द्वारा की गई जांच में यह खुलासा हुआ। अब तक कुल पांच बच्चे इस गंभीर स्थिति से प्रभावित हैं।
इस घटना से एक दिन पहले, सात साल के एक थैलेसीमिया रोगी के परिवार ने आरोप लगाया था कि चाईबासा के स्थानीय ब्लड बैंक ने HIV-संक्रमित रक्त चढ़ाया था। इसके तुरंत बाद राज्य सरकार ने यह पता लगाने के लिए एक मेडिकल टीम का गठन किया कि यह संदूषित रक्त बच्चे तक कैसे पहुँचा। अब तक उस बच्चे को लगभग 25 यूनिट रक्त चढ़ाया गया था।
जिला सिविल सर्जन डॉ. सुषान्तो मज़ही ने बताया कि बच्चे का HIV-पॉजिटिव परीक्षण एक सप्ताह पहले ही हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि HIV संक्रमण अन्य कारणों से भी हो सकता है, जैसे संदूषित सुइयों का उपयोग।
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पांच सदस्यीय जांच दल, जिसका नेतृत्व झारखंड के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. दिनेश कुमार कर रहे हैं, ने सदर अस्पताल के ब्लड बैंक और पीड़ियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का निरीक्षण किया और उपचाराधीन बच्चों से जानकारी जुटाई। निदेशक ने कहा कि ब्लड बैंक में कुछ विसंगतियां मिली हैं और संबंधित अधिकारियों को इसे सुधारने का निर्देश दिया गया है।
वर्तमान में, पश्चिम सिंहभूम जिले में 515 HIV-पॉजिटिव मामले और 56 थैलेसीमिया रोगी हैं। जांच दल में डॉ. शिप्रा दास, डॉ. एस. एस. पासवान, डॉ. भगत, जिला सिविल सर्जन डॉ. सुषान्तो मज़ही, डॉ. शिवचरण हंसदा और डॉ. मीनू कुमारी शामिल हैं।
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