कांग्रेस पार्टी ने संकेत दिया है कि वह जम्मू-कश्मीर की दो खाली पड़ी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस पर अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक विधायक ने बताया कि पार्टी राज्य में अपनी राजनीतिक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से रणनीति बना रही है। उन्होंने कहा कि “सभी विकल्प खुले हैं, और पार्टी उच्च नेतृत्व के निर्देशानुसार निर्णय लिया जाएगा।”
इसके साथ ही कांग्रेस ने अपने पुराने अभियान ‘हमारी रियासत, हमारा हक’ को फिर से शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर जनसमर्थन जुटाना है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्य का पुनर्गठन अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से लोगों की राजनीतिक भागीदारी को कमजोर कर चुका है, और अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार राज्य का दर्जा बहाल करे।
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प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि पार्टी जम्मू, कश्मीर और लद्दाख—तीनों क्षेत्रों में जनसंपर्क बढ़ा रही है ताकि लोगों की समस्याओं को सीधे समझा जा सके और स्थानीय स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा सके।
कांग्रेस ने दावा किया कि भाजपा ने क्षेत्र की जनता से वादे तो बहुत किए लेकिन विकास और रोजगार के मोर्चे पर कोई ठोस काम नहीं किया गया।
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