कांग्रेस विधायक राहुल मामकूटाथिल पर इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है। पार्टी नेतृत्व के भीतर यह धारणा बन रही है कि उनके पलक्कड़ सीट से विधायक बने रहने से कांग्रेस की साख को नुकसान हो सकता है। रविवार (24 अगस्त, 2025) को यह मामला और गंभीर हो गया, जब वरिष्ठ नेताओं, खासकर रमेश चेन्निथला ने कथित तौर पर राष्ट्रीय नेतृत्व को संकेत दिया कि मामकूटाथिल का पद पर बने रहना पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी में कई नेता मानते हैं कि हाल के विवादों के बाद राहुल मामकूटाथिल को पद छोड़ देना चाहिए, ताकि कांग्रेस अपनी साफ-सुथरी छवि बनाए रख सके। हालांकि, विधायक खुद इस्तीफा देने के पक्ष में नहीं दिख रहे और उन्होंने अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस प्रकरण ने केरल कांग्रेस में आंतरिक मतभेदों को उजागर कर दिया है। नेतृत्व की चिंता यह है कि यदि समय रहते कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया तो इसका असर आगामी चुनावों पर पड़ सकता है।
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सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय नेतृत्व भी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहा है और अगले कुछ दिनों में राहुल मामकूटाथिल से सीधे बातचीत हो सकती है। वहीं, स्थानीय स्तर पर भी उनके खिलाफ आवाज़ें तेज होती जा रही हैं।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि राहुल मामकूटाथिल फिलहाल पार्टी के भीतर अलग-थलग पड़ गए हैं और उनके राजनीतिक भविष्य पर संशय गहराता जा रहा है।
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