कर्नाटक में दो अलग-अलग जिलों से नौ वर्षीय बच्चों पर शारीरिक दंड (कॉरपोरेल पनिशमेंट) के दो चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं — एक बेंगलुरु में और दूसरा चित्रदुर्ग में। दोनों घटनाएं अब देरी से प्रकाश में आई हैं, जिससे राज्य में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
चित्रदुर्ग जिले के चल्लकेरे तालुक स्थित नायकनहल्ली में श्री गुरु टिप्पेरुद्रास्वामी मंदिर द्वारा संचालित एक आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले नौ वर्षीय छात्र को उसके शिक्षक ने बेरहमी से पीटा। बताया जा रहा है कि छात्र ने बिना अनुमति अपने घर फोन किया था, जिसके चलते शिक्षक ने उसे बुरी तरह पीटा।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में शिक्षक बच्चे को बार-बार लात मारते हुए दिख रहा है, जबकि बच्चा बार-बार माफी मांगता दिखाई दे रहा है। घटना सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस ने शिक्षक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।
और पढ़ें: कर्नाटक में घरेलू कामगारों के अधिकारों पर नया विधेयक — अब जनता दे सकेगी सुझाव
वहीं, बेंगलुरु में भी एक नौ वर्षीय छात्र पर स्कूल के भीतर शारीरिक उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा है।
बाल अधिकार कार्यकर्ताओं ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा है कि स्कूलों में बच्चों के प्रति हिंसा को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई और जागरूकता की आवश्यकता है।
राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं और चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
और पढ़ें: सुल्लिया विधायक का सुझाव: कनियूर स्टेशन को स्थानांतरित कर येलदका में रेलवे टर्मिनल विकसित किया जाए