बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम हिस्से और श्रीलंका तट से सटे क्षेत्र में बना मौसम तंत्र गुरुवार को गहरा अवदाब (डीप डिप्रेशन) में बदल गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह प्रणाली गुरुवार शाम तक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगी।
रीजनल मीटिरियोलॉजिकल सेंटर (RMC) के अनुसार, यह प्रणाली दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए श्रीलंका तट को पार करेगी और शनिवार तक उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों की ओर पहुंचने की संभावना है।
इस चक्रवात का नाम डिटवा (Ditwah) रखा जाएगा, जिसे यमन ने विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र एशिया-प्रशांत आर्थिक आयोग (UN-ESCAP) की सूची में प्रस्तावित किया था।
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मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को दक्षिण तमिलनाडु और डेल्टा जिलों में भारी बारिश की संभावना है। शुक्रवार से राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
डेल्टा तथा आसपास के जिलों में शुक्रवार को भारी से बहुत भारी वर्षा संभावित है, जबकि शनिवार को प्रणाली के तट के साथ उत्तर की ओर बढ़ने पर उत्तरी तमिलनाडु में भी व्यापक वर्षा होने की उम्मीद है।
समुद्री क्षेत्र में बढ़ते खतरे को देखते हुए मछुआरों को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है।
नवीनतम पूर्वानुमान में कन्याकुमारी, थूथुकुडी और तिरुनेलवेली जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज होने की संभावना जताई गई है, क्योंकि समुद्र के ऊपर यह गहरा अवदाब और संगठित होता जा रहा है।
इस बीच, चक्रवात सेन्यार, जो वर्तमान में उत्तर-पूर्व इंडोनेशिया और मलक्का जलडमरूमध्य के पास स्थित है, पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है और अपनी चक्रवाती तीव्रता बनाए रखेगा।
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