दो दिन की मामूली राहत के बाद देश की राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर बिगड़ गई है और ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार (26 दिसंबर 2025) को शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 332 दर्ज किया गया। इससे पहले गुरुवार (25 दिसंबर) को AQI 234 था, जबकि उससे एक दिन पहले इसी समय यह 271 दर्ज किया गया था।
शहर में कुल 40 में से 38 कार्यरत वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से आठ स्टेशनों पर AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इनमें आनंद विहार, बवाना, डीटीयू, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, रोहिणी और विवेक विहार शामिल हैं। इसके अलावा 20 स्टेशन ‘बेहद खराब’ और नौ स्टेशन ‘खराब’ श्रेणी में पाए गए।
CPCB के मानकों के अनुसार AQI 0–50 ‘अच्छा’, 51–100 ‘संतोषजनक’, 101–200 ‘मध्यम’, 201–300 ‘खराब’, 301–400 ‘बेहद खराब’ और 401–500 ‘गंभीर’ माना जाता है।
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एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए बने डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के अनुसार, 24 दिसंबर को दिल्ली के प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान वाहनों से होने वाले उत्सर्जन का रहा, जो 19.7% था। इसके बाद दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों की इंडस्ट्री का योगदान 10.1% और रिहायशी स्रोतों का 4.9% रहा।
एनसीआर जिलों में हरियाणा का झज्जर जिला दिल्ली के प्रदूषण में 20% योगदान के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद सोनीपत, पानीपत और गुरुग्राम (प्रत्येक 4%) तथा रोहतक (2.3%) रहे।
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, अगले छह दिनों तक दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रह सकती है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में घने कोहरे की भी संभावना जताई है।
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