दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हमले के बावजूद फिर से शुरू की सार्वजनिक सुनवाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हाल ही में उनके खिलाफ किए गए हमले को अनदेखा करते हुए सार्वजनिक सुनवाई फिर से शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता से संवाद और उनके मुद्दों का समाधान उनकी प्राथमिकता है।
सार्वजनिक सुनवाई में नागरिक सीधे मुख्यमंत्री से अपने स्थानीय और प्रशासनिक समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। यह पहल जनता के लिए मुख्यमंत्री तक अपने मुद्दों को पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। हालिया हमले के बावजूद मुख्यमंत्री ने यह साबित कर दिया कि वे डर या धमकियों से प्रभावित नहीं होंगे और अपने काम को जारी रखेंगे।
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सुनवाई के दौरान कई नागरिकों ने सड़क, जल आपूर्ति, बिजली और शिक्षा जैसी समस्याओं पर अपनी शिकायतें रखीं। मुख्यमंत्री ने इन मुद्दों का त्वरित समाधान करने का आश्वासन दिया और संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल उनके नेतृत्व की दृढ़ता को दर्शाता है, बल्कि यह जनता के साथ उनके प्रत्यक्ष संपर्क और जवाबदेही को भी मजबूत करता है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और समस्याओं के समाधान के लिए कानूनी और संवैधानिक तरीकों का ही उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस तरह की हमले या धमकियों से उनका जनता के साथ संवाद बंद नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं का समाधान शीघ्र और पारदर्शी तरीके से किया जाए।
इस पहल से दिल्ली में प्रशासनिक प्रक्रियाओं और नागरिक सहभागिता को बढ़ावा मिलेगा और यह दिखाएगा कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में जनता की आवाज सर्वोपरि है।
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