दिल्ली में इस नवंबर महीने मलेरिया के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। नगर निगम (MCD) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इस महीने अब तक मलेरिया के 67 मामले सामने आए हैं, जो पिछले चार वर्षों में नवंबर महीने में दर्ज किए गए सबसे अधिक मामले हैं। पिछले वर्षों की तुलना में यह संख्या 2024 में 57, 2023 में 26, 2022 में 36 और 2021 में केवल 7 थी।
वर्ष 2025 में अब तक कुल 690 मलेरिया के मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2024 की इसी अवधि में दर्ज 744 मामलों से थोड़े कम हैं, लेकिन 2023 में दर्ज 369 मामलों से काफी अधिक हैं। खुशी की बात यह है कि इस साल मलेरिया से किसी भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट के अनुसार अगस्त के बाद से मलेरिया मामलों में तेज बढ़ोतरी देखी गई है—सितंबर में 203, अक्टूबर में 252 और नवंबर में अब तक 67 मामले दर्ज किए गए हैं।
नवंबर 22 को समाप्त सप्ताह में पश्चिम, दक्षिण और सिविल लाइंस जोन ने कुल 19 मामलों में से आधे से अधिक मामलों में योगदान दिया है।
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वहीं दूसरी ओर, डेंगू संक्रमण में इस वर्ष बड़ी गिरावट आई है। वर्ष 2025 में अब तक 1,309 डेंगू मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि 2024 में यह संख्या 4,978 और 2023 में 7,011 थी। इस वर्ष डेंगू से दो मौतों की सूचना मिली है। डेंगू के अधिकांश मामले सितंबर (1,749) और अक्टूबर (1,994) में दर्ज किए गए।
पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और नजफगढ़ जोन में नवंबर के तीसरे सप्ताह में रिपोर्ट किए गए 52 नए मामलों में से 60% से अधिक मामले दर्ज किए गए।
चिकनगुनिया के मामले भी इस महीने सामने आए हैं, जहां नवंबर 2025 में अब तक 23 मामले दर्ज हुए हैं। ये संख्या 2024 के 75 मामलों से कम है, लेकिन 2023 के 15 मामलों और 2022 के 4 मामलों से अधिक है। वर्ष 2025 में अब तक कुल 156 चिकनगुनिया के मामले रिपोर्ट हुए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम हैं।
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