भारत के लिए एक बड़ी सांस्कृतिक उपलब्धि के रूप में, दीपावली त्योहार को बुधवार को यूनेस्को की Intangible Cultural Heritage (ICH) of Humanity सूची में शामिल किया गया। यह निर्णय दिल्ली के लाल किले में आयोजित यूनेस्को की महत्वपूर्ण बैठक के दौरान लिया गया, जहां दुनिया भर की सांस्कृतिक विरासतों पर विचार किया गया।
इस सम्मान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “भारत और दुनिया भर में दीपावली मनाने वाले लोग अत्यंत उत्साहित हैं। यह त्योहार प्रकाश, आशा और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, जिसे वैश्विक मान्यता मिलना गौरव की बात है।”
दीपावली का यह दर्जा भारत की समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक विविधता का वैश्विक स्तर पर सम्मान बढ़ाता है। वर्तमान में भारत के 15 सांस्कृतिक तत्व इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हैं — जिनमें कुंभ मेला, कोलकाता की दुर्गा पूजा, गुजरात का गरबा, योग, वैदिक मंत्रोच्चार की परंपरा और रामलीला शामिल हैं। अब दीपावली भी इस सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बन गई है।
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यूनेस्को बैठक में यह भी बताया गया कि अगले वर्ष की सूची के लिए भारत ने बिहार के प्रसिद्ध छठ पूजा का नामांकन भेजा है, जिसे समिति द्वारा विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली का शामिल होना न केवल भारतीय समुदायों के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह त्योहार की आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को विश्व मंच पर और अधिक मजबूती देता है।
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