निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए दो अतिरिक्त सचिवों को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है। आयोग ने बताया कि नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक होंगे: सुशील कुमार लोहरी, जो पंचायती राज मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर हैं, और डी. आनंदन, जो वित्त मंत्रालय, व्यय विभाग में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि इन पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करनी होगी। दोनों पर्यवेक्षक चुनावी गतिविधियों की निगरानी करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि मतदान और मतगणना प्रक्रिया सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से हो।
सुशील कुमार लोहरी और डी. आनंदन को निर्वाचन से संबंधित नियमों और प्रक्रियाओं का पालन कराने, मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और आवश्यकतानुसार रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कार्य सौंपा गया है। आयोग का यह कदम इस बात को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि उपराष्ट्रपति चुनाव निष्पक्ष और सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करने वाला हो।
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निर्वाचन आयोग ने बताया कि पर्यवेक्षक नियुक्त करने का यह निर्णय लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता बढ़ाने और संभावित गड़बड़ियों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। इन पर्यवेक्षकों की निगरानी में चुनाव संचालन और मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता होने की संभावना कम होगी।
इस तरह, सुशील कुमार लोहरी और डी. आनंदन की नियुक्ति उपराष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचन प्रक्रिया को मजबूत और निष्पक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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