नई दिल्ली में मिस्र के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-मिस्र रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूती की ओर बढ़ रही है, जो दोनों देशों की जनता के लिए लाभकारी है।
बैठक के दौरान व्यापार, निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, संस्कृति और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आपसी समर्थन को भी प्राथमिकता के तौर पर रखा।
मिस्र के विदेश मंत्री ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत और स्थायी बनाने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया और कहा कि मिस्र विविध क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग को और गहरा करना चाहता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दृष्टिकोण का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देशों की साझेदारी विश्वास, साझा हित और आपसी सहयोग पर आधारित है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की उच्च स्तरीय बैठकें द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने और साझेदारी के नए अवसरों को उजागर करने में महत्वपूर्ण होती हैं। भारत और मिस्र के बढ़ते व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध न केवल दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को लाभ पहुँचाएंगे बल्कि जनता के हित में भी सकारात्मक परिणाम देंगे।
दोनों नेताओं ने सहयोग बढ़ाने और संयुक्त परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया, जिससे भविष्य में भारत-मिस्र संबंध और अधिक मजबूत होंगे।
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