त्रिपुरा में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई में तीन हाथी दांत बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह बरामदगी राज्य के एक आवासीय मकान से की गई, जहां अवैध रूप से वन्यजीव उत्पाद छुपाए गए थे।
सूचना मिलने पर वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा और मकान से तीन हाथी दांत जब्त किए। हालांकि, मकान मालिक मौके से फरार हो गया, जिससे अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, प्राथमिक जांच में पता चला है कि ये हाथी दांत अवैध शिकार और तस्करी के जरिए यहां लाए गए थे। वन विभाग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाथी दांत की बड़ी मांग है और तस्कर अक्सर इसे छिपाकर विभिन्न राज्यों में सप्लाई करते हैं।
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वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत हाथी दांत का व्यापार पूरी तरह प्रतिबंधित है और इस अपराध में दोषी पाए जाने पर कठोर सजा का प्रावधान है। पुलिस और वन विभाग ने फरार मकान मालिक की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है और उसके संभावित नेटवर्क की जांच की जा रही है।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह बरामदगी राज्य में वन्यजीव अपराधों के खिलाफ बड़ी सफलता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर किसी को इस तरह की अवैध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
यह कार्रवाई देशभर में चल रहे वन्यजीव तस्करी रोकथाम अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हाथियों और अन्य संरक्षित प्रजातियों को अवैध शिकार और व्यापार से बचाना है।
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