जासूसी मामले में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की न्यायिक हिरासत को अदालत ने 10 सितंबर तक बढ़ा दिया है। हिसार पुलिस के अनुसार, अब तक की जांच में ऐसा कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है जिससे यह साबित हो कि मल्होत्रा के पास किसी भी सैन्य या रक्षा-संबंधी संवेदनशील जानकारी की पहुँच थी।
हालांकि पुलिस का दावा है कि वह कुछ संदिग्ध लोगों के संपर्क में थीं। इस आधार पर पुलिस ने उनकी गतिविधियों की विस्तृत जांच की और न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया। अदालत ने पुलिस के अनुरोध को स्वीकार करते हुए आगे की जांच के लिए समय प्रदान किया।
अधिकारियों के मुताबिक, मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और डिजिटल कम्युनिकेशन की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मल्होत्रा के संपर्क में रहे लोग किन देशों या संगठनों से जुड़े हैं।
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वहीं, ज्योति मल्होत्रा के वकील का कहना है कि उनके मुवक्किल के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनके पास ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे यह साबित हो कि वह किसी जासूसी गतिविधि में शामिल थीं।
अदालत ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने तक मल्होत्रा न्यायिक हिरासत में रहेंगी और पुलिस को सभी आवश्यक साक्ष्य अदालत के समक्ष प्रस्तुत करने होंगे। यह मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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