मुंबई में हुए तीन घंटे लंबे होस्टेज संकट के दौरान फिल्मकार रोहित आर्या ने 17 बच्चों और दो वयस्कों को बंधक बना लिया था। इस दौरान वह लगातार पूर्व स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से बात करने की मांग कर रहा था। आर्या का कहना था कि शिक्षा विभाग ने उसकी कंपनी अप्सरा मीडिया एंटरटेनमेंट नेटवर्क को शहरी स्वच्छता अभियान के लिए किए गए कार्य का 2 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आर्या बार-बार वार्ताकारों से कह रहा था कि उसे केसरकर से जोड़ दिया जाए ताकि वह बकाया भुगतान पर बात कर सके। पुलिस ने केसरकर को फोन कर उनसे आर्या से बात करने को कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अब पुलिस उनसे औपचारिक बयान दर्ज कर सकती है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केसरकर, जो अगस्त 2022 से नवंबर 2024 तक महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री रहे, ने कहा कि वे किसी भी तरह का भरोसा देने की स्थिति में नहीं थे, इसलिए बात नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लगता कि बातचीत से मामला सुलझ सकता है, तो वे अवश्य बात करते।
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केसरकर ने यह भी कहा कि उन्होंने पुलिस से आग्रह किया था कि आर्या को वर्तमान शिक्षा मंत्री या संबंधित अधिकारियों से जोड़ा जाए, जो उसे जरूरी भरोसा दिला सकें। उन्होंने कहा, “किसी ने यह नहीं सोचा था कि स्थिति इतनी बिगड़ जाएगी और आर्या पुलिस मुठभेड़ में मारा जाएगा।”
पूर्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्हें केवल एक बार पुलिस का फोन आया था और उन्हें यह नहीं बताया गया कि अन्य अधिकारी संपर्क में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि आर्या सिर्फ बातचीत करना चाहता है, तो वे जरूर बात करते।
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