महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। यह कदम नासिक जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने और एक दिन पहले उनके सभी मंत्रालयों से हटाए जाने के बाद उठाया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार (18 दिसंबर 2025) को कोकाटे का इस्तीफा स्वीकार कर उसे राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अग्रेषित कर दिया।
इस बीच, कोकाटे की गिरफ्तारी के लिए नासिक पुलिस की एक टीम को मुंबई भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कोकाटे और उनके भाई के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है, जिसके बाद उनकी तलाश तेज कर दी गई है।
मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया के तहत बॉम्बे हाई कोर्ट ने पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे द्वारा राहत की मांग को लेकर दायर की गई याचिका पर सुनवाई शुक्रवार (19 दिसंबर 2025) को तय की है। अदालत में इस बात पर विचार किया जाएगा कि उन्हें अंतरिम राहत दी जा सकती है या नहीं।
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राजनीतिक घटनाक्रम के बीच, कोकाटे के पास रहे मंत्रालयों का प्रभार उपमुख्यमंत्री अजित पवार को सौंप दिया गया है। सरकार के इस फैसले को प्रशासनिक निरंतरता बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद राज्य सरकार पर दबाव बढ़ गया था, जिसके चलते मुख्यमंत्री ने कोकाटे का इस्तीफा स्वीकार करने का निर्णय लिया। विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सरकार पर तीखे सवाल उठाए हैं और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
यह मामला राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है, क्योंकि एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से सत्तारूढ़ गठबंधन की छवि और राजनीतिक संतुलन पर असर पड़ सकता है। आने वाले दिनों में अदालत के फैसले और पुलिस कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।
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