पूर्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) प्रमुख को साइबरपीस फाउंडेशन (CyberPeace Foundation) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह संगठन एक गैर-लाभकारी नागरिक समाज पहल और थिंक टैंक है, जो डिजिटल विश्वास, ऑनलाइन सुरक्षा और साइबर लचीलापन (Cyber Resilience) को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
साइबरपीस फाउंडेशन का उद्देश्य साइबर अपराधों से निपटने, इंटरनेट को सुरक्षित बनाने और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता और अनुसंधान को बढ़ावा देना है। नए अध्यक्ष के नेतृत्व में संगठन का फोकस साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नवाचार, कौशल विकास और नीतिगत सुझावों पर और मजबूत होगा।
पूर्व NCB प्रमुख का अनुभव कानून प्रवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में रहा है। उम्मीद है कि उनका नेतृत्व साइबरपीस फाउंडेशन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक सशक्त पहचान दिलाने में मदद करेगा। संगठन का मानना है कि साइबर खतरों से निपटने के लिए केवल तकनीकी उपाय पर्याप्त नहीं है, बल्कि नागरिकों, उद्योगों और सरकारों के बीच समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।
और पढ़ें: साइबर सुरक्षा मजबूत करने के लिए जम्मू-कश्मीर के सरकारी दफ्तरों में पेन ड्राइव पर प्रतिबंध
फाउंडेशन पहले से ही कई सरकारी एजेंसियों, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग जगत के साथ साझेदारी कर डिजिटल सुरक्षा अभियान चला रहा है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति से यह पहल और अधिक प्रभावी एवं व्यापक होने की उम्मीद जताई जा रही है।
और पढ़ें: कुलपति चयन में मुख्यमंत्री की भूमिका पर आदेश के खिलाफ केरल राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुँचे