टेलीग्राम के संस्थापक पावेल डुरोव ने खुलासा किया है कि फ्रांसीसी अधिकारियों ने ऐप से मोल्दोवा से जुड़े कुछ चैनल हटाने की मांग की थी। यह मांग ऐसे समय आई है जब डुरोव खुद फ्रांस में न्यायिक निगरानी में हैं और उन पर टेलीग्राम प्लेटफ़ॉर्म पर संगठित अपराध गतिविधियों को लेकर जांच चल रही है।
डुरोव को 2024 में फ्रांस के एक हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सशर्त रिहा किया गया और अब वे न्यायिक पर्यवेक्षण के अधीन हैं। फ्रांस की अदालतें और जांच एजेंसियाँ यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या टेलीग्राम का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों, साइबर अपराध और अवैध संगठनों द्वारा किया गया है।
पावेल डुरोव ने कहा कि टेलीग्राम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है, लेकिन हर देश के कानून और नियामक ढांचे का पालन भी करता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्लेटफ़ॉर्म अवैध या खतरनाक सामग्री को बढ़ावा नहीं देता और सरकारों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है, बशर्ते यह उपयोगकर्ताओं के बुनियादी अधिकारों का उल्लंघन न करे।
और पढ़ें: फ्रांस सहित कई देश करेंगे फ़िलिस्तीन राज्य को मान्यता, मैक्रॉन ने रखी शर्त
विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रांस की यह मांग केवल मोल्दोवा चैनलों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यूरोप के अन्य देशों में भी इसी तरह के कदम उठाए जा सकते हैं। इसका असर टेलीग्राम के वैश्विक संचालन और इसकी स्वतंत्रता की छवि पर पड़ सकता है।
डुरोव ने कहा कि वे न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और आशा करते हैं कि जांच जल्द पूरी होगी। हालांकि, इस घटनाक्रम ने टेलीग्राम उपयोगकर्ताओं में चिंता बढ़ा दी है कि क्या भविष्य में उनके पसंदीदा चैनलों और कंटेंट पर सेंसरशिप का खतरा मंडराएगा।
और पढ़ें: फ्रांस में प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प, 200 लोग गिरफ्तार