संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की कार्यकारी निदेशक ने गाज़ा का दौरा करने के बाद कहा कि यह इलाका मानवीय संकट के चरम पर पहुँच चुका है और अब ‘टूटने की कगार’ पर है।
उन्होंने खान यूनिस और दीर अल-बलाह के शरणार्थी शिविरों तथा एक पोषण क्लिनिक का दौरा किया, जहां बच्चों को कुपोषण से बचाने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने उन विस्थापित माताओं से भी मुलाकात की, जो रोजाना अपने बच्चों के लिए भोजन का एक टुकड़ा जुटाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
एजेंसी प्रमुख ने कहा कि “गाज़ा के लोगों के पास सुरक्षित भोजन, स्वच्छ पानी और दवाओं की भारी कमी है। बच्चे लगातार भूख और बीमारियों से जूझ रहे हैं।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल मदद बढ़ाने की अपील की ताकि इस गंभीर मानवीय संकट को रोका जा सके।
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विश्व खाद्य कार्यक्रम का कहना है कि गाज़ा में जारी संघर्ष और नाकेबंदी के कारण खाद्य आपूर्ति लगभग ठप हो गई है। “अगर हालात ऐसे ही रहे, तो आने वाले दिनों में भूखमरी और मौतों का खतरा और बढ़ सकता है”।
यह बयान ऐसे समय आया है जब गाज़ा में हिंसा और विस्थापन के चलते लाखों लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और अंतरराष्ट्रीय राहत प्रयास भी बाधित हो रहे हैं।
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