वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और संभावित अमेरिकी क्रेडिट संकट की चिंताओं के बीच सोने के दामों में जबरदस्त उछाल दर्ज की गई है। शुक्रवार को सोने के वायदा भाव ₹1.32 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यह तेजी उस समय आई जब निवेशक सुरक्षित संपत्ति में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।
एस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी के सीईओ ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बढ़ती अनिश्चितता और संभावित वित्तीय संकट की खबरों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि भले ही अमेरिका और रूस के संबंधों में सुधार की उम्मीदें दिखाई दे रही हैं, लेकिन वर्तमान समय में यह सकारात्मकता बाजार की चिंताओं को कम नहीं कर पाई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डॉलर की कमजोरी और बॉन्ड यील्ड में गिरावट ने भी सोने की कीमतों को समर्थन दिया है। वैश्विक निवेशक अब जोखिमपूर्ण संपत्तियों से हटकर सोने की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है।
और पढ़ें: ट्रंप की 100% टैरिफ धमकी पर चीन का पलटवार, कहा — दबाव से नहीं होगा सहयोग
भारत में भी त्योहारी सीजन की वजह से सोने की घरेलू मांग में तेजी आई है। जौहरियों और निवेशकों के अनुसार, सोना अब केवल आभूषणों की खरीद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक "सुरक्षित निवेश विकल्प" बन गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया, तो आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में और वृद्धि देखी जा सकती है।
और पढ़ें: भारत और ब्राज़ील ने व्यापार समझौते के विस्तार पर सहमति जताई, भारत-मर्कोसुर ब्लॉक के दायरे में होगी वृद्धि