दुष्कर्म और हत्या के एक चर्चित मामले में दोषी गोविंदाचामी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केरल की वीयूर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया।
जेल प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद जेल सुरक्षा मानकों और नियमित तलाशी प्रक्रियाओं की विश्वसनीयता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। गोविंदाचामी, जिसे पहले एक उच्च सुरक्षा वाले जेल में रखा गया था, को कथित रूप से जेल के भीतर कुछ सुरक्षा उल्लंघनों के बाद दूसरी जेल में शिफ्ट किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह स्थानांतरण राज्य सरकार और उच्च पुलिस अधिकारियों की मंजूरी के बाद किया गया। स्थानांतरण के दौरान सशस्त्र पुलिस और विशेष कमांडो बल की मौजूदगी में उसे ट्रांसपोर्ट किया गया ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
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गोविंदाचामी का नाम पहले भी जेल के अंदर अनुशासनहीनता और नियमों के उल्लंघन के लिए सामने आ चुका है। वीयूर सेंट्रल जेल को राज्य की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक माना जाता है, लेकिन इस घटना ने वहां की सुरक्षा तैयारियों की वास्तविकता को उजागर कर दिया है।
जेल विभाग ने अब सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा करने और जांच प्रक्रिया को मजबूत करने के निर्देश जारी किए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या भारत की हाई-सिक्योरिटी जेलें वास्तव में दोषियों को नियंत्रित रखने में सक्षम हैं, या अंदरूनी तंत्र में कहीं बड़ी चूक मौजूद है।
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