बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन 13 अक्टूबर को सीट-शेयरिंग फॉर्मूला अंतिम रूप देने की तैयारी में है। इस बैठक में गठबंधन के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे। राहुल गांधी की भी तेजस्वी यादव से बैठक की संभावना जताई जा रही है, ताकि सीटों के बंटवारे और रणनीति पर विचार-विमर्श किया जा सके।
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने महागठबंधन की स्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि गठबंधन “अस्वस्थ” है और सभी “डॉक्टर” दिल्ली में बैठे हैं। उनके अनुसार, गठबंधन के भीतर कई मतभेद और रणनीतिक असमंजस मौजूद हैं, जिन्हें अंतिम बैठक में सुलझाने की कोशिश की जाएगी।
कांग्रेस ने कहा है कि वह बिहार में “सम्मानजनक और स्वीकार्य” संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी का यह रुख यह सुनिश्चित करता है कि वह गठबंधन के भीतर अपने राजनीतिक प्रभाव और प्रदर्शन को बनाए रख सके।
और पढ़ें: बिहार चुनाव जातीय गणित के बावजूद दशकों के सत्ता संतुलन को चुनौती दे सकते हैं
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार के आगामी चुनाव में महागठबंधन की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि सभी सहयोगी दल सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन पर समय पर सहमति बना पाएं। गठबंधन की बैठक में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की बातचीत से न केवल सीट-शेयरिंग तय होगी, बल्कि चुनावी रणनीति भी अंतिम रूप लेगी।
इस बैठक के बाद महागठबंधन की तैयारियों का रुख स्पष्ट होगा और यह देखने को मिलेगा कि गठबंधन बिहार में सत्ता पर कब्जा करने के लिए कितनी प्रभावी रणनीति अपनाता है।
और पढ़ें: राहुल और लालू घुसपैठियों के लिए वोटिंग अधिकार सुरक्षित करना चाहते हैं: शाह ने बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा