केंद्र सरकार ने संसद में एक बिल प्रस्तावित किया है, जिसके तहत गुवाहाटी में नया इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIM) स्थापित किया जाएगा। यह कदम पूर्वोत्तर भारत में उच्च शिक्षा और प्रबंधन प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
प्रस्तावित बिल में कहा गया है कि नए IIM को पहले पांच वर्षों के लिए 555 करोड़ रुपये का कोर्पस फंड प्रदान किया जाएगा। इस फंड का उपयोग संस्थान के अध्यक्ष, फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और रिसर्च प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए किया जाएगा। नए संस्थान का उद्देश्य न केवल गुवाहाटी बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रबंधन शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
केंद्र सरकार के अनुसार, यह कदम प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने और युवाओं को उच्च स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। नए IIM के माध्यम से छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार होंगे।
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विशेषज्ञों का मानना है कि गुवाहाटी में नया IIM पूर्वोत्तर के आर्थिक और औद्योगिक विकास में भी योगदान देगा। यह संस्थान रिसर्च, इनोवेशन और उद्यमिता के क्षेत्र में नए अवसर खोलेगा और स्थानीय उद्योगों के लिए विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
संसद में प्रस्तावित बिल के पारित होने के बाद, गुवाहाटी IIM भारत के शीर्ष प्रबंधन संस्थानों की श्रृंखला में शामिल हो जाएगा और यह क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
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