हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। राज्य में करीब 360 सड़कों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। इनमें से सबसे ज्यादा 214 सड़कें मंडी जिले में और 92 सड़कें उसके पड़ोसी कुल्लू जिले में बंद हैं। इसके अलावा शिमला, चंबा और कांगड़ा जिलों में भी कई सड़कों पर मलबा और भूस्खलन के कारण यातायात बाधित है।
मौसम विभाग ने 11 अगस्त से 14 अगस्त तक के लिए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मानसून की सक्रियता अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी, जिससे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और सड़क अवरोध की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है, खासकर पहाड़ी और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों में। वहीं, राहत एवं बचाव दल प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।
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राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने बताया कि कई स्थानों पर बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है। ग्रामीण इलाकों में संचार नेटवर्क पर भी असर पड़ा है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों को मौसम अपडेट पर नजर रखने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इसके साथ ही पर्यटकों को भी पहाड़ों में ट्रेकिंग या नदी किनारे जाने से बचने के लिए चेतावनी दी गई है।
हिमाचल में इस समय बारिश ने सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
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