भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने उन खबरों का खंडन किया है जिनमें दावा किया गया था कि भारत अमेरिकी सामानों पर दी गई टैरिफ छूट की समीक्षा कर रहा है। मंत्रालय ने इसे पूरी तरह फर्जी रिपोर्ट बताते हुए कहा कि इस तरह की कोई समीक्षा फिलहाल नहीं की जा रही है।
हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि भारत अमेरिकी वस्तुओं पर लगाए गए शुल्कों में बदलाव कर सकता है और छूट प्राप्त सामानों की सूची की पुन: समीक्षा चल रही है। इन खबरों के बाद व्यापार जगत में भ्रम फैल गया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत और स्थिर हैं तथा टैरिफ छूट की मौजूदा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार सहयोग को और गहरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, न कि टैरिफ बढ़ाने पर।
और पढ़ें: भारत के साथ वार्ता के लिए तैयार, लेकिन टैरिफ ‘दंड’ को ब्रिक्स सदस्यता से जोड़ा: ट्रंप
भारत और अमेरिका के बीच हाल के वर्षों में व्यापारिक सहयोग में तेजी आई है। कई अमेरिकी उत्पादों पर भारत ने टैरिफ छूट दी हुई है, जिससे दोनों देशों के बीच निर्यात-आयात को बढ़ावा मिला है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन छूटों की समीक्षा का कोई भी कदम दोनों देशों के व्यापारिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है।
मंत्रालय के बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिकी सामान पर मौजूदा टैरिफ छूट जारी रहेगी और किसी भी प्रकार का बदलाव फिलहाल विचाराधीन नहीं है।
और पढ़ें: ट्रंप के सख्त टैरिफ शर्तों के पीछे चीन की चुनौती और भारत की रणनीतिक स्वायत्तता की कोशिश: राम माधव