भारत ने बांग्लादेश द्वारा अवैध प्रवासियों को स्वीकारने में लगातार हो रही देरी और इनकार को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इस मुद्दे को भारत-बांग्लादेश सीमा प्रबंधन वार्ता में प्रमुखता से उठाया।
रिपोर्टों के अनुसार, बीएसएफ ने जोर देकर कहा कि सीमा पर एकल पंक्ति की बाड़ का शीघ्र निर्माण जरूरी है। हालांकि, बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) ने अगस्त 2024 में राजनीतिक बदलाव के बाद कई स्थानों पर इस बाड़ के निर्माण का विरोध किया है।
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि अवैध प्रवासियों को स्वीकारने में बांग्लादेश के इनकार और देरी से सीमा पर सुरक्षा चुनौतियां बढ़ रही हैं। इससे तस्करी, घुसपैठ और अन्य आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है।
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भारत का तर्क है कि दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के अनुसार अवैध प्रवासियों को शीघ्रता से वापस भेजा जाना चाहिए। लेकिन हालिया घटनाक्रम से इस प्रक्रिया में बाधा आई है।
बीएसएफ अधिकारियों ने यह भी कहा कि सीमा पर प्रभावी निगरानी और संरचना के अभाव में अपराधियों को अवसर मिल रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एकल पंक्ति की बाड़ से अवैध आवागमन को रोका जा सकता है और द्विपक्षीय संबंध भी सुरक्षित रहेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद भारत-बांग्लादेश के संबंधों में नए तनाव का कारण बन सकता है, यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो सीमा पर हालात और बिगड़ सकते हैं।
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