जेद्दा बंदरगाह की अपनी यात्रा पूर्ण करने के बाद भारतीय नौसेना के जहाज़ों ने रॉयल सऊदी नेवल फोर्स (RSNF) और सऊदी बॉर्डर गार्ड के साथ एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास सम्पन्न किया। इस दौरे के दौरान भारतीय नौसैनिक दल ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और समझ को मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रमों में भाग लिया।
यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के जहाज़ों और कर्मियों ने RSNF तथा सऊदी बॉर्डर गार्ड के अधिकारियों के साथ विभिन्न पेशेवर और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में खेल प्रतियोगिताएँ, संवाद सत्र और समुद्री सुरक्षा पर चर्चा शामिल रही। इस प्रकार के संयुक्त अभ्यास से दोनों देशों की नौसैनिक सेनाओं के बीच परस्पर संचालन क्षमता (interoperability) और सामरिक सहयोग को बल मिलेगा।
संयुक्त नौसैनिक अभ्यास के दौरान युद्धाभ्यास, सामरिक चालों का समन्वय और समुद्री सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए सामूहिक तैयारी को मजबूत करना था।
और पढ़ें: हिंद महासागर क्षेत्र में संवाद, विश्वास और सहयोगी सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता दोहराई
भारतीय नौसेना ने इस दौरे को भारत और सऊदी अरब के बीच रक्षा और समुद्री सहयोग के एक नए चरण की शुरुआत बताया। दोनों देशों के बीच यह सहयोग समुद्री डकैती, तस्करी, और अवैध गतिविधियों जैसे खतरों से निपटने के प्रयासों को गति देगा।
भारतीय नौसेना ने यह भी रेखांकित किया कि इस प्रकार के द्विपक्षीय अभ्यास न केवल सुरक्षा को मजबूत करते हैं, बल्कि मित्रवत देशों के बीच विश्वास और सामरिक साझेदारी को भी गहराई प्रदान करते हैं।
और पढ़ें: विशाखापट्टनम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईएनएस उदयगिरी और आईएनएस हिमगिरि को नौसेना में शामिल किया