जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन सुबह लगभग 6:30 बजे रामगढ़ सेक्टर के करालियां गांव के ऊपर मंडराता हुआ देखा गया, जिसके बाद यह अचानक गायब हो गया।
सुरक्षा बलों ने तुरंत इलाके में सतर्कता बढ़ा दी और ड्रोन की हरकतों की निगरानी शुरू कर दी। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके। इस प्रकार की घटनाएं सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियों को उजागर करती हैं और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ड्रोन की गतिविधि का मकसद सीमा पार से निगरानी करना या संभावित अवैध गतिविधियों को अंजाम देना हो सकता है। भारतीय सुरक्षा बल ऐसे किसी भी खतरे के लिए हमेशा तैयार रहते हैं और ड्रोन या अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।
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स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सेना को दें। इस क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में ड्रोन के जरिए निगरानी और संभावित गड़बड़ी की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सीमा के पास ड्रोन की गतिविधि से रणनीतिक जानकारी हासिल करने और संभावित हमलों की तैयारी की जा सकती है। ऐसे मामलों में सतर्कता और त्वरित कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण होती है।
इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा लगातार चुनौतीपूर्ण बनी हुई है और सीमा सुरक्षा बलों की निरंतर निगरानी और तत्परता आवश्यक है।
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