जन सुराज पार्टी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 65 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस अवसर पर कहा कि किसी भी राजनीतिक दल ने अब तक अतिपिछड़ा वर्ग (EBC) को इतनी बड़ी संख्या में प्रतिनिधित्व नहीं दिया है।
प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में बताया कि पार्टी की दूसरी सूची में शामिल अधिकांश उम्मीदवार ग्राम स्तर से जुड़े, शिक्षित और सामाजिक रूप से सक्रिय लोग हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में परिवर्तन की दिशा में कार्य किया है। उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी का लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति को जनभागीदारी और पारदर्शिता के नए मॉडल से जोड़ना है।
उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में जाति या राजनीतिक प्रभाव के बजाय योग्यता, सामाजिक कार्य और स्थानीय समर्थन को प्राथमिकता दी है। किशोर ने कहा, “हमारे उम्मीदवार आम जनता के बीच से आते हैं, वे अपने समाज की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें हल करने की क्षमता रखते हैं।”
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जन सुराज पार्टी का यह कदम EBC और पिछड़े वर्गों में प्रभाव बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। बिहार की राजनीति में इस वर्ग की आबादी महत्वपूर्ण है, और ऐसे में पार्टी का यह निर्णय आगामी चुनाव में संतुलन बदल सकता है।
जन सुराज पार्टी ने यह भी संकेत दिया कि तीसरी सूची जल्द जारी की जाएगी, जिसमें महिला उम्मीदवारों को अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
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