ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) ने समर 2026 के लिए जापान में पाँच नए शॉर्ट-टर्म स्टडी अब्रॉड प्रोग्राम्स (ST-SAPs) की घोषणा की है। यह पहल विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को मजबूत करने और भारत-जापान के बीच शिक्षा व सांस्कृतिक सहयोग को और गहरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आधिकारिक बयान के अनुसार, ये नए कार्यक्रम किसी भी भारतीय विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सबसे बड़े जापान-केंद्रित छात्र गतिशीलता (mobility) पहलों में से एक हैं।
जेजीयू पहले से ही जापान की 25 से अधिक शैक्षणिक संस्थाओं के साथ साझेदारी बनाए हुए है, जो किसी भी भारतीय संस्था द्वारा संचालित सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है। यह नया विस्तार विश्वविद्यालय के जापान में पहले से चल रहे अकादमिक सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और छात्र एक्सचेंज कार्यक्रमों को और सशक्त करता है।
नए कार्यक्रमों का उद्देश्य भारतीय छात्रों को जापानी संस्कृति, समाज, अर्थव्यवस्था, तकनीक और नीति-निर्माण से परिचित कराना है। इन पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक सत्र, उद्योग से जुड़े दौरे, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और जापानी विश्वविद्यालयों के साथ संयुक्त अध्ययन मॉड्यूल शामिल होंगे।
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जेजीयू के अनुसार, जापान के साथ सहयोग न केवल छात्रों को वैश्विक exposure देगा, बल्कि भारत और जापान के बीच शिक्षा के क्षेत्र में दीर्घकालिक साझेदारी को भी मजबूत करेगा। विश्वविद्यालय का कहना है कि बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था में एशियाई देशों के बीच ज्ञान-साझेदारी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इन कार्यक्रमों की शुरुआत के साथ, जेजीयू का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक भारतीय छात्र जापान के उच्च शिक्षा मॉडल, तकनीकी विकास और नवाचार संस्कृति को करीब से समझ सकें और अपने करियर में वैश्विक दृष्टिकोण विकसित कर सकें।
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