झारखंड के शिक्षा मंत्री और जनता दल (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के वरिष्ठ नेता रामदास सोरेन का 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जानकारी के अनुसार, रामदास सोरेन 2 अगस्त को अपने आवास पर गिरने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें तुरंत दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि सोरेन का स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा था और अस्पताल में उनकी सभी कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर से झारखंड के राजनीतिक और शैक्षिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के एक महत्वपूर्ण नेता थे और शिक्षा मंत्रालय में उनके योगदान को राज्य में सराहा जाता था। उनके नेतृत्व में कई शिक्षा सुधार और विकास योजनाएं लागू हुई थीं। पार्टी और सरकार ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
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सोरेन के निधन से राज्य में शोक की स्थिति है और कई नेताओं ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके योगदान को याद करते हुए, शिक्षा और राजनीति क्षेत्र के लोग उन्हें हमेशा याद रखेंगे।
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