कारगिल युद्ध के पूर्व सैनिक जी.जे. राव (G.J. Rao) ने आत्महत्या की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए फिल्म निर्माण का रास्ता चुना और अपने इस प्रयास के लिए सराहना हासिल की है। राव को तेलंगाना सरकार को 24x7 टोल-फ्री आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन शुरू करने के लिए प्रेरित करने का श्रेय भी दिया जाता है।
उन्होंने हाल ही में “सितंबर-10” नामक एक पुरस्कार-विजेता फिल्म का निर्माण किया है, जो आत्महत्या और आत्म-हानि के पीछे छिपे जटिल कारणों को उजागर करती है। यह फिल्म पांच गहराई से व्यक्तिगत कहानियों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक दबाव और व्यक्तिगत संघर्षों को दर्शाती है।
जी.जे. राव ने बताया कि एक सैनिक के रूप में उन्होंने युद्ध के मैदान में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन नागरिक जीवन में मानसिक स्वास्थ्य संकट को देखकर उन्हें गहरा झटका लगा। उन्होंने महसूस किया कि फिल्मों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाना और आत्महत्या रोकथाम के लिए संवाद शुरू करना एक प्रभावी तरीका हो सकता है।
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फिल्म को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है और इसे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आत्महत्या रोकथाम में एक महत्वपूर्ण योगदान बताया है। राव का कहना है कि उनका उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना है कि जीवन की चुनौतियों के बावजूद मदद और समर्थन हमेशा उपलब्ध है।
विशेषज्ञों का मानना है कि राव की यह पहल मानसिक स्वास्थ्य पर खुलकर बातचीत को प्रोत्साहित करेगी और समाज में आत्महत्या से जुड़े कलंक को कम करने में मदद करेगी।
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