26वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु तीन अहम परियोजनाएं शुरू कीं। यह कार्यक्रम जम्मू-कश्मीर के द्रास में स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पर आयोजित किया गया, जहां उन्होंने भारत के वीर शहीदों को याद किया।
इन परियोजनाओं में सबसे प्रमुख है 'ई-श्रद्धांजलि पोर्टल', जहां आम नागरिक ऑनलाइन माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। यह पोर्टल देश के प्रत्येक नागरिक को भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान से जोड़ने की एक पहल है।
दूसरी परियोजना के अंतर्गत ‘वीर स्मृति वन’ की स्थापना की गई है, जहां प्रत्येक शहीद के नाम पर एक पौधा लगाया जाएगा। यह स्मृति वन पर्यावरण संरक्षण और बलिदान की स्मृति दोनों का प्रतीक होगा।
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तीसरी पहल के रूप में, एक डिजिटल इंटरफेस तैयार किया गया है, जिसमें शहीदों की वीरगाथाओं और उनके योगदान को संग्रहित किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी को देशभक्ति की प्रेरणा मिल सके।
जनरल द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल युद्ध ने भारतीय सेना की अद्वितीय वीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाया है। यह दिवस हमें उन बहादुर सैनिकों की याद दिलाता है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी।
इन पहलों के जरिए भारतीय सेना ने कारगिल के शहीदों को सम्मान देने की नई राह खोली है, जो जनता और सेना के बीच संबंध को और मजबूत करेगी।
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