कर्नाटक में कथित मतदाता धोखाधड़ी मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग (ECI) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। खड़गे ने कहा कि चुनाव आयोग अब तक इस मामले से संबंधित महत्वपूर्ण तकनीकी डेटा साझा नहीं कर रहा है, जिसके कारण जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है।
खड़गे ने एक मीडिया रिपोर्ट साझा की, जिसमें दावा किया गया है कि 2023 विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए फर्जी फॉर्म-7 जमा करने का प्रयास किया गया था। इस फर्जीवाड़े के जरिए कलबुर्गी जिले की आलंद विधानसभा क्षेत्र से करीब 5,994 मतदाताओं के नाम हटाने की कोशिश की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, कई ऐसे मतदाता, जिनके नाम सूची से हटाने का प्रयास किया गया, उन्होंने स्थानीय तहसीलदार के पास शिकायत भी दर्ज कराई थी। मामले की जांच कर्नाटक CID को सौंपी गई थी, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा जरूरी तकनीकी जानकारी न दिए जाने से जांच लगभग ठप हो गई है।
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खड़गे ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग की यह चुप्पी लोकतंत्र की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की गई तो ऐसे प्रयास भविष्य में भी चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकते हैं।
कांग्रेस ने मांग की है कि चुनाव आयोग तुरंत सभी जरूरी डेटा उपलब्ध कराए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि मतदाताओं का भरोसा कायम रह सके।
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