तमिलनाडु के करूर में हुई भीड़ भगदड़ (Stampede) की घटना के बाद मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने जनता को आश्वासन दिया है कि सरकार इस मामले की पूरी सच्चाई सामने लाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया जाएगा, जो घटना के सभी पहलुओं की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
स्टालिन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट (X) पर लिखा, “हम डोमेन एक्सपर्ट, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और पूरे राज्य के आम लोग के साथ चर्चा करेंगे, ताकि एक व्यापक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार किया जा सके। यह SOP भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद करेगा।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार सार्वजनिक सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के मानक नियमों को कड़ाई से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया कि इस घटना की जांच में सभी व्यवस्थागत और प्रशासनिक कमियों को उजागर किया जाएगा।
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विशेषज्ञों और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि SIT जांच से केवल न्यायपालिका की जवाबदेही ही नहीं, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। इसके अलावा यह कदम तमिलनाडु में सार्वजनिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि वे जांच प्रक्रिया में सहयोग करें और अफवाहों पर विश्वास करने के बजाय आधिकारिक जानकारी का इंतजार करें। यह कदम राज्य में भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए एक ठोस पहल के रूप में देखा जा रहा है।
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