केरल सरकार ने घोषणा की है कि अगले शैक्षणिक वर्ष से पढ़ने की गतिविधियों में भाग लेने वाले छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाएंगे। इस कदम का उद्देश्य छात्रों में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करना और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाना है।
सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से बताया कि कक्षा 1 से 4 तक के छात्रों के लिए सप्ताह में एक पीरियड केवल पढ़ने और संबंधित गतिविधियों के लिए निर्धारित किया जाएगा। वहीं कक्षा 5 से 12 के छात्रों को समाचारपत्र पढ़ने और उससे जुड़ी गतिविधियों में शामिल किया जाएगा।
सरकार का मानना है कि इस पहल से बच्चों में न केवल पढ़ने की रुचि बढ़ेगी, बल्कि उनका सामान्य ज्ञान, भाषा कौशल और विश्लेषण क्षमता भी मजबूत होगी। शिवनकुट्टी ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों को रचनात्मक बनाने और उन्हें सामाजिक व शैक्षणिक मुद्दों से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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पढ़ने की गतिविधियों में भागीदारी के आधार पर दिए जाने वाले ग्रेस मार्क्स छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन में जोड़े जाएंगे। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल विद्यार्थियों के समग्र विकास में मददगार होगी और उन्हें पुस्तकें तथा समाचारपत्र पढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस योजना के कार्यान्वयन के लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और स्कूलों में पढ़ने के लिए उपयुक्त सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। यह कार्यक्रम केरल की शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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