केरल में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक राहुल ममकूट्टाथिल ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। उनके ख़िलाफ़ पार्टी के भीतर कथित कदाचार और अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे। हालांकि, ममकूट्टाथिल ने अपने इस्तीफ़े के पीछे किसी भी गलत काम को कारण मानने से इनकार किया।
राहुल ममकूट्टाथिल ने कहा कि उनका यह निर्णय कांग्रेस पार्टी को किसी भी विवाद से बचाने के लिए है, क्योंकि पार्टी वर्तमान में एलडीएफ सरकार के ख़िलाफ़ अपने संघर्ष को तेज़ कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं किसी भी गलत काम के कारण नहीं, बल्कि पार्टी की छवि और एकता को मज़बूत करने के लिए पद छोड़ रहा हूँ।"
इस इस्तीफ़े को पार्टी के भीतर एक बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस नेतृत्व ने कहा कि ममकूट्टाथिल का कदम संगठन के हित में जिम्मेदार फैसला है। वहीं, कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह प्रकरण पार्टी के भीतर बढ़ते गुटबाज़ी के संकेत भी देता है।
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ममकूट्टाथिल ने यह भी स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस पार्टी के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे और सरकार के ख़िलाफ़ चल रही राजनीतिक लड़ाई में योगदान देते रहेंगे। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनका पूरा ध्यान अब जनसंपर्क और विधानसभा क्षेत्र के काम पर होगा।
इस घटनाक्रम ने केरल की राजनीति में हलचल मचा दी है, खासकर ऐसे समय में जब कांग्रेस राज्य में एलडीएफ सरकार को घेरने के लिए व्यापक आंदोलन की तैयारी कर रही है।
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