राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बिहार के प्रसिद्ध गया जी स्थित विष्णुपद मंदिर में अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया।
इस अवसर पर उनके साथ बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उनके पुत्र तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पिता की तबीयत अभी पूरी तरह ठीक नहीं है, फिर भी वे पितरों के मोक्ष के लिए गया आना चाहते थे। उन्होंने बताया कि यह लालू प्रसाद यादव की वर्षों पुरानी इच्छा थी कि वे अपने पूर्वजों के लिए गया में पिंडदान करें।
गया का विष्णुपद मंदिर पितरों के श्राद्ध और पिंडदान के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। श्राद्ध पक्ष के दौरान यहां हजारों श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान करने आते हैं। स्थानीय पंडितों की देखरेख में लालू प्रसाद यादव ने विधि-विधान से पिंडदान किया।
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तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके पिता ने यह धार्मिक अनुष्ठान समाज को संदेश देने के उद्देश्य से भी किया कि पितरों का स्मरण और श्रद्धा से किया गया कर्म जीवन में आध्यात्मिक शक्ति और संतुलन लाता है।
लालू प्रसाद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और उन्हें कई बार दिल्ली और सिंगापुर में इलाज के लिए जाना पड़ा। इसके बावजूद उनकी आस्था और धार्मिक भावना ने उन्हें गया तक खींच लाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता और स्थानीय श्रद्धालु भी मौजूद थे।
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