लोकसभा में फिर से भारी हंगामा देखने को मिला, जब विपक्षी दलों ने बिहार SIR मुद्दे को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। लगातार हंगामे और नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर बिहार से जुड़े SIR मामले में गंभीर चूक का आरोप लगाया और तत्काल चर्चा की मांग की। उन्होंने सदन में पोस्टर और बैनर दिखाए, जिससे कार्यवाही कई बार बाधित हुई।
अध्यक्ष ने बार-बार विपक्षी सदस्यों से सदन की गरिमा बनाए रखने और कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया। उन्होंने याद दिलाया कि मानसून सत्र की शुरुआत से अब तक लगातार हंगामे के कारण लोकसभा में एक भी विधेयक पारित नहीं हो सका है।
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अध्यक्ष ने कहा, “यह सदन कानून बनाने और जनता के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए है। लगातार व्यवधान से लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हो रही है और महत्वपूर्ण विधायी कामकाज ठप पड़ा है।”
हालांकि सरकार ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि बिहार SIR मामले पर उचित समय पर चर्चा कराई जाएगी, लेकिन विपक्षी दलों ने तुरंत बहस कराने की मांग पर जोर दिया।
स्थिति पर नियंत्रण न होने के कारण अध्यक्ष ने दोपहर बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर इस गतिरोध का समाधान जल्द नहीं निकला तो मानसून सत्र में विधायी कार्य पूरी तरह प्रभावित हो सकता है। विपक्ष का कहना है कि वह बिहार SIR मुद्दे पर संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह अपना विरोध जारी रखेगा।
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