महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने ₹1.08 लाख करोड़ मूल्य के कई निवेश समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनसे अनुमानित 47,000 नई नौकरियों का सृजन होगा।
यह समझौते विभिन्न क्षेत्रों जैसे विनिर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन और औद्योगिक पार्कों के विकास से संबंधित हैं। राज्य सरकार का कहना है कि इन निवेशों से महाराष्ट्र न केवल औद्योगिक रूप से और मजबूत होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, जिससे युवाओं को विशेष रूप से लाभ मिलेगा।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इन समझौतों से यह साबित होता है कि महाराष्ट्र निवेशकों की पहली पसंद बना हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार निवेशकों को हर संभव सहायता और अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह निवेश राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और महाराष्ट्र को "भारत की विकास इंजन" की भूमिका में और सशक्त बनाएगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी मात्रा में निवेश आने से राज्य में बुनियादी ढांचे का विकास होगा और वैश्विक स्तर पर महाराष्ट्र की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति मजबूत होगी। सरकार का लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में निवेश को गति देकर राज्य को उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जाए।
इन समझौतों से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जाएगी, जिससे संतुलित विकास सुनिश्चित होगा।
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