उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक नर भेड़िये को मारा गया, जो कथित तौर पर छह लोगों की मौत में शामिल एक भेड़िया समूह का हिस्सा था। वन्यजीव विभाग और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह भेड़िया लंबे समय से आसपास के गांवों में आतंक का कारण बन रहा था और ग्रामीणों के लिए गंभीर खतरा बन गया था।
पिछले कुछ महीनों में इस भेड़िये ने कई बार मानव क्षेत्रों में प्रवेश किया और हमला किया। ग्रामीणों की लगातार शिकायतों और सुरक्षा के मद्देनजर वन्यजीव अधिकारियों ने भेड़िये का पता लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया। अधिकारी बताते हैं कि नर भेड़िये का शिकार मानव जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया।
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना लौट आई है। अधिकारियों ने कहा कि जंगल और मानव बस्तियों के बीच संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन समय पर की गई कार्रवाई से ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
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वन्यजीव विशेषज्ञों ने कहा कि इस तरह के हमलों को केवल मारकर ही नहीं रोका जा सकता, बल्कि आवासीय क्षेत्रों और जंगलों के बीच सुरक्षा उपायों को मजबूत करना आवश्यक है। उन्होंने लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन विभाग या स्थानीय प्रशासन को देने का आग्रह किया।
स्थानीय प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी और जंगल में भेड़ियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
यह मामला जंगल और मानव बस्तियों के बीच सुरक्षा और संरक्षण के संतुलन की आवश्यकता को उजागर करता है।
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