पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था के रूप में काम नहीं कर रहा है, बल्कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विशेष रूप से अमित शाह के इशारों पर संचालित हो रहा है। ममता बनर्जी ने दावा किया कि हाल के चुनावी फैसलों और प्रक्रियाओं से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग पर राजनीतिक दबाव बढ़ गया है।
कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे अहम संस्था, चुनाव आयोग, की निष्पक्षता पर सवाल उठना देश के लिए बेहद खतरनाक संकेत है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में गड़बड़ी, विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के नाम पर वोटरों को परेशान करना और विपक्षी दलों के खिलाफ एकतरफा फैसले लेना इसी कथित दबाव का नतीजा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग को संविधान ने स्वतंत्र और निष्पक्ष भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में यह जिम्मेदारी कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित केंद्र सरकार चुनावी तंत्र का दुरुपयोग कर सत्ता में बने रहना चाहती है और इसके लिए संवैधानिक संस्थाओं को प्रभावित किया जा रहा है।
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ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी इन कथित अनियमितताओं के खिलाफ कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे लोकतंत्र और अपने मताधिकार की रक्षा के लिए जागरूक रहें। टीएमसी प्रमुख ने चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग की स्वायत्तता पर इस तरह के सवाल बने रहे, तो इसका सीधा असर देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर पड़ेगा।
वहीं, भाजपा ने ममता बनर्जी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग पूरी तरह स्वतंत्र है और वह संविधान के दायरे में रहकर ही काम करता है। भाजपा नेताओं का कहना है कि विपक्ष चुनावी हार की आशंका से इस तरह के आरोप लगा रहा है।
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