मुंबई में सोमवार को एक मोनोरेल ट्रेन अचानक तकनीकी खराबी के कारण बीच ट्रैक पर रुक गई। इस घटना से ट्रेन में सवार 17 यात्री फँस गए जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाल लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत रेस्क्यू टीम मौके पर पहुँची और सभी यात्रियों को सुरक्षित उतारकर गंतव्य तक पहुँचाया गया।
यह पहली बार नहीं है जब मुंबई मोनोरेल में ऐसी समस्या आई हो। पिछले महीने भारी बारिश के दौरान दो अलग-अलग स्थानों पर मोनोरेल ट्रेनें बीच ट्रैक पर फँस गई थीं। उस समय सैकड़ों यात्रियों को कई घंटों तक इंतजार के बाद बचाव अभियान चलाकर निकाला गया था।
मोनोरेल, जिसे मुंबई में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था, बार-बार तकनीकी खामियों और परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण आलोचना का सामना कर रही है। यात्रियों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ न केवल असुविधा पैदा करती हैं बल्कि सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
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मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने कहा है कि तकनीकी खराबी के कारणों की जाँच की जा रही है और जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएँगे। अधिकारियों का दावा है कि सुरक्षा मानकों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मोनोरेल को वास्तव में विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन का विकल्प बनाना है, तो उसके रखरखाव और तकनीकी प्रणालियों पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
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