राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने ISIS से जुड़े एक संदिग्ध नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए देशभर में करीब 40 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की। ये छापे मुंबई के पदघा-बोरिवली क्षेत्र, दिल्ली, कोलकाता, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के रत्नागिरी सहित कई राज्यों में चलाए गए।
यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत शुरू की गई, क्योंकि संदिग्धों के वित्तीय लेनदेन और कट्टरपंथी गतिविधियों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी थी।
छापेमारी उन व्यक्तियों, उनके सहयोगियों, परिवारजनों और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन वाली संस्थाओं के परिसरों पर की गई। अधिकारियों के अनुसार, यह जांच NIA द्वारा दायर आरोपपत्रों के आधार पर शुरू की गई, जिन्होंने PMLA जांच की नींव तैयार की।
अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी एक गहराई से कट्टरपंथी ISIS मॉडल का हिस्सा थे, जो भर्ती, प्रशिक्षण, हथियार और विस्फोटक जुटाने और संगठन के संचालन के लिए फंड जुटाने का काम करते थे। उनकी गतिविधियाँ कई राज्यों में फैली हुई थीं, जिससे यह नेटवर्क अत्यंत संगठित और उच्च जोखिम वाला माना जा रहा है।
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मुंबई ATS से मिले इनपुट के अनुसार, यह नेटवर्क खैर (कैथ) लकड़ी की अवैध कटाई, तस्करी और बिक्री में भी शामिल था। जांचकर्ताओं को संदेह है कि इस अवैध व्यापार से होने वाली कमाई का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को फंड करने में किया जा रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य पूरे वित्तीय नेटवर्क का पता लगाना, सभी लाभार्थियों की पहचान करना और इस आतंकी मॉडल को संचालित करने वाले पूरे इकोसिस्टम को खत्म करना है। जांच जारी है।
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