इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 7 अगस्त, 2025 को गाज़ा युद्ध के संभावित विस्तार को लेकर एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में एक सीमित समूह के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ यह चर्चा होगी कि क्या इज़राइली सेना को गाज़ा के और अधिक क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित करने के आदेश दिए जाएं।
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब युद्ध को लगभग दो साल हो चुके हैं और इसके खिलाफ घरेलू और वैश्विक स्तर पर आलोचना लगातार बढ़ रही है। आलोचकों का कहना है कि लंबा खिंचता युद्ध मानवीय संकट को और गहरा कर रहा है और इससे कोई स्थायी समाधान नहीं निकल रहा।
वहीं दूसरी ओर, जनमत सर्वेक्षणों में सामने आया है कि अधिकांश इज़राइली चाहते हैं कि सरकार युद्ध को समाप्त करते हुए बंधकों की रिहाई के लिए समझौता करे। हमास के कब्जे में अब भी कई इज़राइली नागरिक और सैनिक बंधक बने हुए हैं। जनभावनाएं अब इस ओर झुकी हैं कि बंधकों की सुरक्षित वापसी को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, भले ही इसके लिए सैन्य दबाव की बजाय राजनयिक समाधान तलाशे जाएं।
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गाज़ा में सैन्य कार्रवाई का विस्तार इज़राइली सरकार के लिए राजनीतिक जोखिम भी हो सकता है, क्योंकि इससे न केवल मानवीय संकट बढ़ेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इज़राइल की स्थिति और भी कमजोर हो सकती है।
इस बैठक के निर्णय को लेकर पूरे देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की पैनी निगाहें टिकी हुई हैं।
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