ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार, 5 नवंबर 2025 को गंजाम जिले के बाहुड़ा में नए बंदरगाह और परादीप के पास महानदी मुहाने पर शिपबिल्डिंग एवं मरम्मत केंद्र स्थापित करने की योजना की घोषणा की। इन परियोजनाओं के लिए कुल निवेश ₹46,000 करोड़ से अधिक होगा। मुख्यमंत्री माझी ने यह घोषणा परादीप पोर्ट की स्थापना दिवस और पोर्ट टाउन में समारोह के दौरान की।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार और परादीप पोर्ट अथॉरिटी मिलकर गंजाम जिले में बाहुड़ा में बड़े बंदरगाह का निर्माण ₹21,500 करोड़ के निवेश से करेगी। इसी तरह, परादीप के पास महानदी के मुहाने पर शिपबिल्डिंग और मरम्मत केंद्र ₹24,700 करोड़ के निवेश से स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, पुरी में एक विश्व-स्तरीय क्रूज टर्मिनल भी बनेगा। ये परियोजनाएं राज्य के व्यापार, पर्यटन और उद्योग के प्रमुख क्षेत्रों को नई दिशा देंगी।
परादीप पोर्ट की महत्ता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे भारत का सर्वश्रेष्ठ बंदरगाह माना गया है। 2015 में बंदरगाह की कार्गो हैंडलिंग क्षमता 71 मिलियन टन थी, जिसे 2025 तक 150 मिलियन टन किया जाएगा। ‘Maritime India Vision 2030’ के अनुसार वार्षिक क्षमता 300 मिलियन टन और ‘Developed India 2047’ योजना के अनुसार 500 मिलियन टन तक बढ़ाई जाएगी।
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सीएम ने बताया कि केंद्र सरकार की ‘सागरमाला, गति शक्ति और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स पॉलिसी’ के तहत ओड़िशा में बंदरगाह आधारित अर्थव्यवस्था विकसित हुई है। राज्य सरकार समुद्री क्षेत्रों में कोस्टल इकोनॉमिक ज़ोन स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने परादीप में 140 कमरे और तीन रेस्तरां वाले मेफेयर होटल्स एंड रिसॉर्ट्स का उद्घाटन भी किया। परादीप पोर्ट के अध्यक्ष पी.एल. हरंधा ने कहा कि पिछले चार वर्षों में पोर्ट ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं और देश का नंबर-1 बंदरगाह बन गया है।
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