पाकिस्तान सेना ने अफ़ग़ान तालिबान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह आतंकियों को सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कराने में सहायता कर रहा है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मंगलवार (25 नवंबर 2025) को पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह दावा किया, जिसका वीडियो शुक्रवार शाम जारी हुआ।
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी के अनुसार, अफ़ग़ान तालिबान की सीमा चौकियां अक्सर पाकिस्तानी पोस्टों पर गोलियां चलाती हैं ताकि आतंकियों और तस्करों को घुसपैठ का कवर मिल सके। उन्होंने कहा, “सीमाएं हमेशा दोनों देशों द्वारा मिलकर सुरक्षित की जाती हैं। लेकिन सामने वाले देश की पोस्ट पहले हमारी पोस्ट पर फायरिंग करती हैं, फिर उनके आतंकियों को बीच के रास्तों से पार करवाया जाता है।”
उन्होंने कहा कि तस्करों के वाहन भी इसी दौरान सीमा पार कराए जाते हैं और हमलों का तरीका अत्यंत समन्वित होता है। आलोचनाओं का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 2,500 किमी लंबी सीमा पर पाकिस्तान ने 15-25 किमी की दूरी पर पोस्ट बनाई हैं, लेकिन इतनी बड़ी सीमा को पूरी तरह सील करना संभव नहीं है, जैसा कि अमेरिका भी मैक्सिको सीमा पर नहीं कर सका।
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अफ़ग़ान तालिबान के इस आरोप को भी उन्होंने खारिज किया कि पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान में रात के समय हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी भी आतंकवादी को “अच्छा या बुरा” नहीं मानता, सभी को खतरा समझता है।
जनरल चौधरी ने बताया कि 4 नवंबर से अब तक 4,910 इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशन (IBOs) किए गए हैं, जिनमें 206 आतंकियों को मारा गया है। जनवरी से लेकर अब तक 67,023 IBO किए जा चुके हैं, जिनमें सबसे अधिक 53,000 बलूचिस्तान में हुए।
उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक 4,729 आतंकवादी घटनाएं हुई हैं, जिनमें 3,357 खैबर पख्तूनख्वा और 1,346 बलूचिस्तान में दर्ज की गईं। पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच संबंध लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं, क्योंकि पाकिस्तान का कहना है कि अफ़ग़ान शासन TTP को सुरक्षित पनाह दे रहा है।
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