पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने एक 48 घंटे के अस्थायी युद्धविराम (ceasefire) पर सहमति व्यक्त की है। पाकिस्तान सरकार ने यह घोषणा की कि सीमा क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
पाकिस्तानी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि इस अस्थायी युद्धविराम का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा और सीमा पर स्थिरता बनाए रखना है। यह निर्णय दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुई सीमाई झड़पों के बाद लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अवधि दोनों पक्षों को परस्पर बातचीत और वार्ता के अवसर प्रदान करेगी।
हालांकि, अफगानिस्तान में सत्ता संभाल रही तालिबान सरकार (Taliban authorities) की ओर से इस युद्धविराम पर कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। तालिबान के अधिकारियों की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है ताकि इस अस्थायी समझौते की प्रभावशीलता और पालन सुनिश्चित किया जा सके।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यह युद्धविराम सीमाई तनाव को अल्पकालिक रूप से कम कर सकता है, लेकिन स्थायी शांति के लिए दोनों देशों को दीर्घकालिक रणनीति और आपसी सहयोग की आवश्यकता होगी।
पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर कई सुरक्षा घटनाएं हुई हैं, जिनमें नागरिक और सैनिक दोनों प्रभावित हुए हैं। इस युद्धविराम से उम्मीद की जा रही है कि स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा बढ़ेगी और हिंसा को कम किया जा सकेगा।
सरकार ने जनता से भी अपील की है कि वे सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें, ताकि दोनों देशों के बीच यह अस्थायी शांति बनाए रखी जा सके।
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