अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने रविवार को ऐतिहासिक हेलमेट पोस्ट मेमोरियल पर जाकर 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्थल भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान का प्रतीक माना जाता है।
सीएम खांडू ने शहीदों की याद में आयोजित कार्यक्रम में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 1962 का युद्ध भारतीय सेना की साहस और देशभक्ति का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि उन सैनिकों ने प्रतिकूल परिस्थितियों और संसाधनों की कमी के बावजूद अदम्य साहस दिखाते हुए मातृभूमि की रक्षा की।
उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। खांडू ने यह भी उल्लेख किया कि सीमा क्षेत्रों में स्मारकों और अवसंरचना को और मजबूत किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां उन वीर जवानों के बलिदान को कभी न भूलें।
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मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि वे इन स्मारकों की देखभाल को अपनी जिम्मेदारी मानें और युवा पीढ़ी को इन स्थलों का महत्व समझाएं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति और बलिदान की भावना का जीवंत प्रतीक है।
इस अवसर पर सेना के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। कार्यक्रम में राष्ट्रगान और सैनिकों की वीरता पर आधारित प्रस्तुतियां दी गईं।
यह श्रद्धांजलि समारोह न केवल शहीदों को सम्मान देने का प्रतीक बना, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि आज भी उनके बलिदान को लोग उसी गर्व और श्रद्धा से याद करते हैं।
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