पेरू में जारी जनरेशन-Z (Gen Z) के नेतृत्व वाले व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे (Dina Boluarte) ने इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है। इन प्रदर्शनों के दौरान कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, घायलों में 80 पुलिसकर्मी और 10 पत्रकार शामिल हैं। प्रशासन ने प्रदर्शनकारी की गोली लगने से हुई मौत की जांच शुरू कर दी है।
राजधानी लीमा और कई अन्य शहरों में हजारों युवा सड़कों पर उतर आए, जिन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और जनविरोधी नीतियों के आरोप लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वर्तमान सरकार जनता की आवाज़ नहीं सुन रही और लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना कर रही है।
राष्ट्रपति बोलुआर्टे ने एक टेलीविज़न संबोधन में कहा, “मैं इस्तीफा नहीं दूंगी। हमारा देश कठिन दौर से गुजर रहा है, लेकिन हिंसा किसी समाधान का रास्ता नहीं है।” उन्होंने नागरिकों से शांति बनाए रखने और संवाद के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की।
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वहीं विपक्षी दलों और मानवाधिकार संगठनों ने सरकार पर प्रदर्शनकारियों के प्रति कठोर रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में बड़ी संख्या में युवाओं ने आवाज़ उठाई है।
पेरू में यह विरोध प्रदर्शन युवाओं के उस बढ़ते असंतोष को दर्शाता है जो राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक मंदी और प्रशासनिक भ्रष्टाचार से उपजा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सरकार ने संवाद का रास्ता नहीं अपनाया, तो संकट और गहराता जाएगा।
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